चंडीगढ़: चंडीगढ़ के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सागर प्रीत हुड्डा के उस निर्देश के बाद, जिसमें ट्रैफिक पुलिस को चालान काटने के बजाय जाम नियंत्रण पर ध्यान देने को कहा गया था, ऐसा प्रतीत होता है कि इस आदेश को गंभीरता से नहीं लिया गया है। शहर के सेक्टर 29, 30, 31 और 32 के चौक पर आज इसका सीधा उदाहरण देखने को मिला, जहां ट्रैफिक पुलिस के अनुपस्थित रहने के कारण एक भीषण जाम लग गया। यह जाम इतना लंबा था कि एक चौक से दूसरे चौक तक गाड़ियां थम गईं, जिससे लोगों को करीब आधे घंटे तक भीषण गर्मी में परेशानी का सामना करना पड़ा। यातायात की इस अराजक स्थिति को संभालने के लिए घटनास्थल पर कोई भी ट्रैफिक इंचार्ज या पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था।
डीजीपी के निर्देश को लोगों ने सराहा था, क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि इससे ट्रैफिक की समस्या से राहत मिलेगी। हालांकि, आज के हालात ने लोगों को निराश कर दिया। अंत में, आम जनता में से ही कई लोगों ने आगे आकर मोर्चा संभाला और दूसरों की परेशानी को समझते हुए जाम को खुलवाया। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि डीजीपी साहिब को इस मामले पर गंभीरता से गौर करना चाहिए। उनका यह फैसला लोगों की भलाई के लिए था, लेकिन ट्रैफिक पुलिस की लापरवाही से इसका उल्टा असर हो रहा है। लोगों की मांग है कि पुलिसकर्मी अपने नए निर्देशों का पालन करें और सुनिश्चित करें कि सड़कों पर यातायात सुचारू रूप से चलता रहे, ताकि आम जनता को ऐसी परेशानियों का सामना न करना पड़े।