चंडीगढ़ : चंडीगढ़ के वेस्ट धनास 14 क्षेत्र में आवारा और दुधारू पशुओं का बढ़ता आतंक एक गंभीर समस्या बन गया है, जिससे स्थानीय निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह समस्या न केवल स्वच्छता और आवागमन को प्रभावित कर रही है, बल्कि लोगों की जान के लिए भी खतरा बन गई है। हाल ही में, एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक आवारा सांड ने घर के बाहर कुर्सी पर बैठी एक बुजुर्ग महिला पर हमला कर दिया। महिला ने किसी तरह कुर्सी के नीचे छिपकर अपनी जान बचाई, लेकिन इस घटना ने इलाके में फैले डर को और बढ़ा दिया है।
क्षेत्र की हर सड़क और पार्क में आवारा पशुओं के झुंड आसानी से देखे जा सकते हैं। इन पशुओं के कारण हर जगह गोबर के ढेर लगे रहते हैं, जिससे न सिर्फ गंदगी फैलती है, बल्कि दुर्गंध और बीमारियों का खतरा भी बढ़ता है। निवासियों का कहना है कि यह समस्या लंबे समय से चली आ रही है और इसके कारण कई लोग दुर्घटनाओं का शिकार हो चुके हैं। पिछले कुछ समय में कई हादसों में लोगों को गंभीर चोटें आई हैं, और दुख की बात है कि कुछ मामलों में लोगों की जान भी जा चुकी है। यह सब प्रशासन की लापरवाही और समस्या के स्थायी समाधान की कमी को दर्शाता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर-निगम समय-समय पर आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए अभियान चलाता है, लेकिन ये प्रयास समस्या का कोई ठोस समाधान नहीं दे पाते। अभियान खत्म होते ही पशु फिर से सड़कों पर लौट आते हैं, जिससे हालात पहले जैसे हो जाते हैं। नागरिकों का आरोप है कि ये अभियान सिर्फ खानापूर्ति के लिए होते हैं और इनका कोई दूरगामी प्रभाव नहीं पड़ता। लोग अब थक चुके हैं और प्रशासन से इस समस्या का स्थायी हल निकालने की मांग कर रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि इस गंभीर मुद्दे पर नगर-निगम और संबंधित अधिकारी जल्द से जल्द कोई ठोस कदम उठाएंगे ताकि वेस्ट धनास के लोग सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण में रह सकें।