चंडीगढ़ – 12-09-2025 की सुबह करीब 9 बजे, सेक्टर 26 की सब्जी मंडी में उस समय अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया जब मंडी बोर्ड के अधिकारियों ने अवैध वेंडरों पर कार्रवाई शुरू की। अधिकारियों के पहुंचते ही वेंडर अपना सामान लेकर इधर-उधर भागने लगे। इसी दौरान, अधिकारियों ने कई वेंडरों का सामान जब्त कर लिया, जिसके कारण कुछ वेंडरों ने अधिकारियों के साथ बहस शुरू कर दी।
अधिकारियों का पक्ष: कानून का पालन और लोगों की सुविधा
जब अधिकारियों से इस मामले के बारे में बात की गई, तो उन्होंने बताया कि उन्हें राज्यपाल (गवर्नर) से अवैध वेंडरों पर सख्त कार्रवाई करने के आदेश मिले हैं। उन्होंने कहा, “हम कुछ नहीं कर सकते। हमें आदेशों का पालन करना होगा।” अधिकारियों ने यह भी बताया कि ये वेंडर अक्सर सड़कों पर अपनी फड़ी लगा लेते हैं, जिससे आम लोगों को आने-जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा, अवैध वेंडरों के कारण उन वेंडरों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जिनके पास कानूनी तौर पर फड़ी लगाने का अधिकार है। उन्हें भी अपनी जगह पर सामान लगाने में दिक्कतें आती हैं, और कई बार उन्हें ग्राहकों की कमी का भी सामना करना पड़ता है।
वेंडरों की परेशानी: आजीविका का संकट
दूसरी ओर, जब वेंडरों से बात की गई, तो उन्होंने अपनी मजबूरी और परेशानी जाहिर की। एक वेंडर ने कहा, “हम पिछले एक महीने से बहुत ही गंभीर समस्याओं से गुजर रहे हैं। हम काम नहीं कर पा रहे हैं। हम बच्चों को पढ़ाएंगे कैसे?” कई वेंडरों ने यह भी बताया कि उन्होंने बैंकों से कर्ज ले रखे हैं, और काम न होने के कारण वे किश्तें भरने में असमर्थ हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि उन्हें कोई वैकल्पिक जगह (वैकल्पिक स्थान) प्रदान की जाए जहां वे कानूनी तौर पर अपना काम कर सकें और अपनी आजीविका कमा सकें। वेंडरों का कहना है कि वे भी नियमों का पालन करना चाहते हैं, लेकिन उन्हें काम करने के लिए उचित जगह नहीं मिल रही है।
प्रशासन और वेंडरों के बीच संतुलन की आवश्यकता
इस घटना ने सेक्टर 26 सब्जी मंडी में अवैध वेंडरों की समस्या और उनके प्रभाव को उजागर किया है। जहां एक ओर अधिकारी कानून व्यवस्था और आम जनता की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर वेंडर अपनी आजीविका को लेकर चिंतित हैं। इस मामले में प्रशासन को ऐसा समाधान खोजने की जरूरत है जो कानून का पालन करते हुए वेंडरों को भी काम करने का एक उचित माध्यम प्रदान करे, ताकि किसी भी पक्ष को परेशानी का सामना न करना पड़े।