चंडीगढ़: मेहर चंद महाजन डीएवी महिला महाविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग ने एनएसएस इकाइयों और नगर निगम, चंडीगढ़ के सहयोग से आयोजित सात दिवसीय कार्यशाला ‘कला और आत्मनिर्भरता’ का सफल समापन समारोह आयोजित किया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य गृह विज्ञान के क्षेत्र में कौशल विकास और उद्यमिता को बढ़ावा देना था, जिसमें 18 से 52 वर्ष की आयु वर्ग के विभिन्न पृष्ठभूमियों से जुड़े प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
इस अवसर पर चंडीगढ़ के डिप्टी मेयर श्री जसवीर सिंह बंटी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। अपने संबोधन में उन्होंने महिलाओं को कौशल-आधारित शिक्षा के माध्यम से सशक्त बनाने के कॉलेज के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने प्रतिभागियों से विशेष आग्रह किया कि वे केवल नौकरी ढूंढने वाले न बनें, बल्कि ऐसे उद्यमी बनें जो दूसरों को रोज़गार प्रदान करें। इस अवसर पर कई गणमान्य अतिथियों ने भी अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई, जिनमें पंजाब विश्वविद्यालय से एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक प्रो. प्रवीन गोयल, ग्रिड (जीआरआईआईडी), चंडीगढ़ के प्रिंसिपल डॉ. अजीत सिदाना, एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. एम. करुप्पासामी एवं डॉ. निहारिका शर्मा; जीएमएसएसएस 37 बी की प्रधानाचार्या सुश्री गुरबक्श कौर, एनएसएस पीओ सुश्री सीमा चौधरी; तथा जीएमएसएसएस 37 डी की प्रधानाचार्या सुश्री आशा रानी एवं एनएसएस पीओ श्री सिकंदर लांबा शामिल थे।
कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों ने विभिन्न व्यावहारिक प्रशिक्षण सत्रों में भाग लिया, जिनमें टाई एंड डाई, ब्लॉक प्रिंटिंग, फैब्रिक पेंटिंग, असॉर्टेड चॉकलेट्स, हेल्दी केक एवं मफिन, और कुकीज़ तथा बिस्कुट बनाना शामिल था। ये प्रशिक्षण सत्र पोषण विशेषज्ञ डॉ. हरजोत कौर मान और वस्त्र विशेषज्ञ डॉ. रति अरोड़ा द्वारा संचालित किए गए। विशेषज्ञों ने न केवल तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किया, बल्कि प्रतिभागियों को आरंभिक निवेश, लागत विश्लेषण और मार्जिन जैसे व्यावसायिक पहलुओं की भी विस्तृत जानकारी दी, ताकि वे अपने सीखे गए कौशलों को लाभकारी व्यावसायिक अवसरों में परिवर्तित कर सकें।